इस साल भारतीय कंपनियां अपने कर्मचारियों की सैलरी में औसतन 7.7 फीसदी की बढ़ोतरी करेंगी. हालांकि, सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की सैलरी 60 फीसदी तक बढ़ सकती है.एओन नाम की एक कंपनी ने सैलरी में इजाफा को लेकर एक सर्वे में यह बात कही है. मंगलवार को ही यह सर्वे रिपोर्ट जारी हुआ है. इस रिपोर्ट से जानकारी मिलती है कि जापान, अमेरिका, चीन, सिंगापुर, जर्मनी और UK जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भारतीय कंपनियां अपने कर्मचारियों की सैलरी में ज्यादा इजाफा करेंगी. इन देशों के कर्मचारियों की सैलरी में औसतन 3.1 से 5.5 फीसदी का इजाफा होने का अनुमान है. 2020 में भी भारतीय कंपनियों ने औसतन 6.4 फीसदी तक सैलरी बढ़ाई थी.
सेक्टर्स के हिसाब से देखें तो ई-कॉमर्स और वेंचर कैपिटल फर्म्स में सबसे बेहतरीन 10.1 फीसदी तक सैलरी बढ़ोतरी होगी. इसके बाद औसत 9.7 फीसदी के साथ टेक कंपनियां, 8.8 फीसदी के साथ आईटी कंपनियां और 8.1 फीसदी के साथ एंटरटेनमेंट और गेमिंग कंपनियां शामिल हैं. इस साल केमिकल और फार्मा कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को 8 फीसदी की दर से सैलरी बढ़ाने का तोहफा दे सकती हैं. इस सर्वे के लिए करीब 1,200 कॉरपोरेट हाउसेज से डेटा जुटाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रोफेशनल सर्विसेज के क्षेत्र में 7.9 फीसदी तक सैलरी बढ़ सकती है. जबकि, वित्तीय संस्थान इस साल अपने कर्मचारियों की सैलरी में 6.5 फीसदी तक का इजाफा कर सकते हैं.
हालांकि, कुछ ऐसे सेक्टर्स भी हैं जिनपर कोरोना वायरस की मार सबसे ज्यादा पड़ी है. इन सेक्टर्स में औसतन 5.5 से 5.8 फीसदी तक की सैलरी बढ़ सकती है. इन सेक्टर्स में हॉस्पिटेबिलिटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिटेल और इंजीनियरिंग सर्विसेज शामिल हैं. इस सर्वे रिपोर्ट से पता चला है कि 93.5 फीसदी संस्थाओं को इस साल पॉजिटिव बिज़नेस करने की उम्मीद है और अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने की स्थिति में होंगी. जबकि, अन्य 6.5 फीसदी संस्थानों का अनुमान है कि उनका बिज़नेस इस साल भी खास प्रदर्शन नहीं करने वाला है और कर्मचारियों की सैलरी में औसत इजाफा कर उन्हें बनाये रखना चुनौती होगी. करीब 60 फीसदी संस्थानों ने माना की उनकी स्थिति बेहतर हो रही है और 2021 में वे अपने कर्मचारियों को 9.1 फीसदी तक सैलरी बढ़ने का तोहफा दे सकती हैं.