सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एम आर शाह के सभी स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. जस्टिस शाह ने आज एक मामले की सुनवाई के दौरान यह जानकारी दी. जस्टिस शाह और जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की बेंच पश्चिम बंगाल हाउसिंग इंडस्ट्री एक्ट के खिलाफ दायर याचिका की सुनवाई थे. इसी दौरान उन्होंने वकीलों को बताया कि उनके आधिकारिक आवास पर सभी कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसके बाद बेंच ने सुनवाई रोक दी. एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्य भाटी ने कोर्ट में कहा कि अदालत को इस परिस्थिति में समय लेना चाहिए. पिछले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट के 40 से ज्यादा स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट परिसर में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए अतिरिक्त एहतियाती कदम उठाए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच अतिरिक्त गाइडलाइंस भी जारी की गई हैं.
नई गाइडलाइंस के तहत सुप्रीम कोर्ट के परिसरों में आने वाले लोगों में यदि कोविड-19 का कोई लक्षण दिखाई देता है तो उनकी रैपिड/RT-PCR जांच कराई जाएगी. इनमें रजिस्ट्री स्टाफ, समन्वय एजेंसियों के कर्मी, वकील और उनके कर्मचारी शामिल हैं. सभी के लिए मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखने और बार-बार हाथ धोने जैसे नियमों का पालन जरूरी बताया गया है.
ये गाइडलांइस मंगलवार को जारी किए गए थे. इसमें कहा गया है कि एक समय में लिफ्ट में तीन से अधिक लोग नहीं रहने चाहिए और लिफ्ट का इस्तेमाल केवल ऊपर जाने के लिए होगा. नीचे आने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करना होगा. कोविड संक्रमण फैलने के बाद सुप्रीम कोर्ट के कई जज अपने घरों से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में करीब 3,000 स्टाफ काम कर रहे हैं.