पीएम मोदी ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन के बारे में राज्य के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ़ेंसिंग के ज़रिए हुई बातचीत में कहा कि सबसे पहले कोरोना का टीका उन लोगों को दिया जाएगा जो फ़्रंटलाइन वर्क्स हैं यानी ऐसे लोग दो दूसरों की सेवा में दिन-रात लगे हुए है। प्रधानमंत्री के अनुसार सब जोड़कर देखा जाए तो कुल मिलाकर ऐसे लोगों की तादाद क़रीब तीन करोड़ है और इन लोगों के टीकाकरण का ख़र्च केंद्र सरकार ख़ुद उठाएगी, राज्यों को इसपर कोई पैसा नहीं देना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ लोगों को टीका देने का इरादा है। उन्होंने कहा कि दूसरे फ़ेज़ में उन लोगों को प्राथमिकता है जिनकी उम्र या तो 50 साल से ज़्यादा है या फिर अगर 50 साल से कम उम्र के हैं लेकिन जिनको को-मॉर्बिडिटी है यानी जिनको कोरोना के अलावा कोई और बीमारी भी है उन्हें वैक्सीन दी जाएगी।