भारत करीब एक साल से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहा है। देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण शुरू होने के बाद संक्रमण के आंकड़े चिंता बढ़ा रहे हैं। इस माह में चार सक्रिय मामलों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जहां एक ओर कुछ राज्यों में जिंदगी पटरी पर लौट रही है। वहीं दूसरी ओर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक बार फिर लॉकडाउन लगने की स्थिति बन गई है। पिछले महीने में सिर्फ एक बार 6 जनवरी को सक्रिय मामलों की संख्या में 219 का इजाफा हुआ था। वहीं इस माह में अब तक पांच बार सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीते सात दिन में ही तीन बार एक्टिव केस बढ़ गए हैं। सक्रिय मामले (एक्टिव केस) यानी जिन मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें बढ़ोतरी तब होती है, जब नए केस की संख्या ठीक होने वाले मरीजों और मृतकों की कुल संख्या से ज्यादा हो जाती है। महाराष्ट्र को एक बार फिर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ गया है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आंदोलन, रैलियों और सभाओं पर फिर से रोक लगा दी है। विवाह समारोहों में तय संख्या में ही मेहमान बुलाने का आदेश दिया गया है। अधिकारियों को इस आदेश का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया है। जिन इलाकों में ज्यादा केस आ रहे हैं, वहां कंटेनमेंट जोन बनाने की पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है। अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो महाराष्ट्र में पूरी तरह लॉकडाउन लागू हो सकता है। बता दें कि महाराष्ट्र में अब तक 20,71,306 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 19,81,408 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं जबकि 51,591 लोगों की मौत हो गई। वहीं 38,307 लोगों का इलाज चल रहा है। पूर्वी मुंबई का चेंबूर इलाका अब शहर का नया कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। यहां लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामलों ने बीएमसी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मुंबई बीएमसी के एम-वेस्ट वार्ड में के अंतर्गत आने वाला यह इलाका काफी संवेदनशील हो चुका है। स्थानीय प्रशासन ने अब इस इलाके में तकरीबन 500 सोसाइटी को नोटिस भेजकर कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है। बीएमसी ने यह भी संकेत दिए हैं कि अगर इलाके में इसी तरह से हालात बेकाबू होते रहे, तो जल्द ही क्षेत्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाया जा सकता है।