BHARAT VRITANT

आज ही के दिन एक साल पहले भारत के केरल राज्य में कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला दर्ज किया गया था। चीन की वुहान यूूनिवर्सिटी से एक भारतीय छात्र भारत वापस लौटा था, जिसमें कोरोना वायरस की पुष्टि की गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई। पिछले साल 30 जनवरी से लेकर अब तक देश में कोरोना वायरस के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई और भारत दुनिया में कोरोना वायरस मामलों और संबंधित मृत्यु के सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक रहा है। हालांकि शुक्रवार को भारत चौथे स्थान पर खिसक गया, क्योंकि मृत्यु के मामलों में अब मैक्सिको तीसरे स्थान पर आ गया। कोरोना से हुई मौत के मामले में सितंबर से भारत तीसरे स्थान पर रहा, पहले स्थान पर अमेरिका और दूसरे स्थान पर ब्राजील रहा। अमेरिका में कोरोना से सबसे ज्यादा मौते हुई हैं, अमेरिका में 4,47,459 मरीजों की जान गई है, जिसके बाद ब्राजील में 2,22,775 लोगों ने कोरोना वायरस के सामने अपना दम तोड़ा है।

गुरुवार को मैक्सिको में 1,506 मौतें दर्ज की गईं, जिसके बाद देश में कुल मौतों का आंकड़ा 1,56,000 हो गया है, जिसके बाद मैक्सिको कोरोना से होने वाली मौतों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया और भारत चौथे नंबर पर आ गया। भारत में कोरोना वायरस से 1,54,010 लोगों की मौत हो गई है।भारत ने वैश्विक स्तर पर सितंबर 2020 के पहले 14 दिनों में सबसे अधिक मामलों (दस लाख से ज्यादा) और मौतों (करीब 16,400) के आंकड़ों की वजह से खराब स्थिति दर्ज की गई। हालांकि अक्तूबर में कोरोना वायरस के मामलों में थोड़ी राहत मिली और दैनिक मामलों में कमी आने लगी। इस साल जनवरी महीने में कोरोना वायरस से होने वाली दैनिक मौतों का आंकड़ा 200 से भी कम आने लगा। हालांकि देश में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का सात दिन का औसत गुरुवार को 140 पहुंच गया, जो कि आठ महीनों में सबसे कम है।

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