भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों को कोविड-19 टीकों की दो लाख खुराक उपहार स्वरूप देने की घोषणा की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर देशों के शत्रुता उन्मूलन पर प्रस्ताव 2532 (2020) के क्रियान्वयन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की डिजिटल खुली बहस के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा, ”मुश्किल परिस्थितियों में काम करने वाले संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों को हम दो लाख खुराक उपहार स्वरूप देने की घोषणा करना चाहते हैं.”
जयशंकर ने भगवद्गीता का जिक्र करते हुए कहा कि ‘हमेशा दूसरों का कल्याण की बात मन में रखकर अपना काम करो.’ उन्होंने बैठक में कहा कि भारत इसी दृष्टिकोण के साथ कोविड-19 चुनौती से निपट रहा है और उन्होंने परिषद से अपील की कि वह इस चुनौती के विभिन्न आयाम से निपटने के लिए मिलकर काम करे.
उन्होंने कहा कि भारत टीका संगठन ‘गवी’, विश्व स्वास्थ्य संगठन और ‘एक्ट’ ऐक्सेलरेटर के साथ मिलकर सक्रियता से काम कर रहा है और इसके योगदान ने दक्षेस कोविड-19 आपात निधि में भी सहयोग दिया है. इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, ”हम रक्षकों की रक्षा कर रहे हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएनएससी में संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों के लिए दो लाख टीके भेंट करने की घोषणा की है. भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेज के अनुरोध पर तत्काल काम किया.”
जयशंकर ने परिषद को बताया कि दुनिया का औषधालय भारत कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में अग्रणी रहा है और उसने पहले ही 150 से अधिक देशों को अहम दवाइयां, नैदानिक किट, वेंटिलेटर और पीपीई मुहैया कराई हैं, जिनमें 80 देशों को अनुदान के तौर पर मदद दी गई. उन्होंने कहा, ”दुनिया का औषधालय आज वैश्विक स्तर पर टीकों की चुनौती से निपटने के लिए आगे आ रहा है.”
उन्होंने बताया कि स्वदेश निर्मित एक टीके समेत दो टीकों के इस्तेमाल को पहले ही आपात स्थिति में अधिकृत किया जा चुका है. इसके अलावा कम से कम 30 टीके विकास के विभिन्न चरणों में हैं. उन्होंने बताया कि भारत ‘टीका मैत्री’ की पहल के तहत दुनिया को टीके मुहैया करा रहा है और अपने मित्रों एवं साझेदारों को टीके सीधे भेज रहा है.
जयशंकर ने कहा, ”हमारे निकट पड़ोसियों से शुरुआत करते हुए दुनियाभर के 25 देशों को पहले ही भारत निर्मित टीके भेजे जा चुके हैं. आगामी दिनों में यूरोप, उत्तरी अमेरिका, लातिन अमेरिका और कैरेबिया से लेकर अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और प्रशांत द्वीपों के देशों समेत 49 और देशों को टीकों की आपूर्ति की जाएगी.”
उन्होंने कहा कि भारत की टीकाकरण मुहिम अब तक की सबसे बड़ी टीकाकरण मुहिमों में से एक है, जिसके तहत 30 करोड़ लोगों को आगामी छह महीनों में टीका लगाया जाएगा. ”एक महीने पहले शुरू हुए हमारे टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पहले ही करीब 70 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है.”