Bharat Vritant

हर दिन कोरोना नई रफ्तार पकड़ रहा है। अस्पतालों में ना तो बेड हैं और ना ही ऑक्सीजन। मरीज और उनके तीमारदार दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। रोजाना साढ़े तीन लाख से ज्यादा केस और करीब 4 हजार के करीब मौतें इस वायरस के विनाशलीला की कहानी साफ बयां कर रहे हैं। इन सबके बीच मौत के वायरस को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जो वायरस भारत में तबाही मचा रहा है। वो एक बार फिर रूप बदल कर आने वाला है। जी हां, इस बार वो पहले से ज्यादा ताकतवर होगा, पहले से ज्यादा खूंखार होगा और पहले से ज्यादा जिंदगियों को लीलने की कोशिश करेगा। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप अभी खत्म भी नहीं हुआ हैं कि तीसरी लहर के आने की चेतावनी वैज्ञानिकों ने दे दी है।

जब तक कोरोना की दूसरी लहर से देश लड़ेगा तब तक इसकी तीसरी लहर दस्तक देने के लिए तैयार खड़ी होगी। ऐसे में जरूरत है सावधनी बरतने की। सरकार की तय गाइडलाइंस पालन करने की। नहीं तो खुशिया मातम में बदलते देर नहीं लगेगी और इसके लिए सिर्फ और सिर्फ हम जिम्मेदार होंगे। देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों का बुरा हाल है। ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मौत हो रही है। ये कोरोना की सबसे भयंकर सुनामी है जो भारत इस साल झेल रहा है। ऐसी सुनामी जिसने हर व्यवस्था को धराशाई कर दिया है।