स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में 11 राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख से ज्यादा है। वहीं, आठ राज्य ऐसे हैं जहां सक्रिय मामले 50 हजार से एक लाख के बीच हैं। 17 राज्यों में 50 हजार से कम सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ ऐसे राज्य हैं जहां बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन, इसके साथ ही इन राज्यों में सक्रिय मामलों में कमी भी दर्ज की जा रही है। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि तमिलनाडु चिंता का विषय बन गया है जहां पिछले एक सप्ताह में सक्रिय मामलों में काफी तेजी देखी गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि, असम और हिमाचल प्रदेश समेत कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक 18 करोड़ लोगों को टीके की खुराक लगाई जा चुकी है। अग्रवाल ने कहा कि महामारी के प्रसार को रोकने के लिए हमारे कंटेनमेंट प्रयास काम कर रहे हैं। भारत में कुल सकारात्मकता दर, जो पिछले सप्ताह 21.9 फीसदी पर थी, अब घटकर 19.8 फीसदी पर आ गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली, छत्तीसगढ़, दमन एवं दीव, हरियाणा और मध्यप्रदेश में केस पॉजिटिविटी में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। प्रेस वार्ता में मौजूद रहे एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, जैसा कि कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, यह सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण अभ्यास के प्रोटोकॉल्स का पालन करें। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह देखा गया है कि द्वितीयक संक्रमण (फंगल और बैक्टीरियल) अधिक मृत्यु दर का कारण बन रहे हैं।