बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए रामनाथ कोविंद ने कहा, ”आज जब भारत दुनिया में अपनी नयी पहचान के साथ आगे बढ़ने के लिए तत्पर है तो हमें भी उतने ही बड़े संकल्पों को सिद्ध करना होगा। 2021 का यह वर्ष हमारे लिए इसलिए भी अहम है।”
उन्होंने कहा कि देश ने कुछ दिन पहले 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म दिवस को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया है। यह वर्ष नेताजी की 125वीं जन्मजयंती का वर्ष भी है। नेताजी के 125वें जयंती वर्ष को बड़े पैमाने पर मनाने के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। साथ ही हम सबके पूज्य, गुरु तेगबहादुर का 400वां प्रकाशपर्व भी हम पूरी श्रद्धा के साथ मनाएंगे।” उन्होंने कहा कि इन समारोहों के साथ ही, देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव का शुभारंभ भी इसी वर्ष होगा।