समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साल 2020-21 के लिए पेश हो रहे बजट के बीच मोदी सरकार पर तंज कसा और कहा कि किसान-मजदूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आजादी की पुन: स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करें. अखिलेश यादव ने सोमवार को पेश हो रहे बजट के बीच ट्विटर पर कहा कि बीजेपी सरकार से बस इतनी गुजारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मजदूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आजादी की पुन: स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करें क्योंकि बीजेपी की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है.
इससे पहले अखिलेश यादव ने लिखा कि भाजपा राज में आज आम आदमी ही नहीं पत्रकारों तक की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटकर उन्हें गिरफ्तार भी किया जा रहा है, जो अति निंदनीय है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार सच बोलने वाले पत्रकारों व राजनेताओं पर किए गए झूठे मुकदमे तुरंत वापस ले.
गौरतलब है कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का केंद्रीय बजट संसद में पेश कर दिया है और इसमें शुरुआती मिनटों में ही कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा एलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना का असर दुनियाभर पर पड़ा है और भारत ने इस महामारी से निपटने के लिए बड़े कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए इस बजट में 35,000 करोड़ रुपये रखे गए हैं.