अमेरिका में गुरूवार को हुई हिंसा पर पूरी दुनिया के नेताओं ने बयान दिये है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिका में हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकतंत्र में सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से होना जरूरी है। वाशिंगटन में हजारों की संख्या में डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल पर कब्जा करने की कोशिश की, सीनेट में बवाल काटा है जिसके बाद उनकी पुलिस से हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसा के कारण अमेरिकी कांग्रेस में होने वाले संयुक्त सत्र को टालना पड़ा है। इस सत्र में जो बाइडन को उनकी चुनावी जीत का सर्टिफ़िकेट दिया जाना था। कई वैश्विक नेताओं ने अमेरिकी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हमले को लोकतंत्र पर हमला बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि वाशिंगटन डीसी में हिंसा और उपद्रव की खबरों से उन्हें दुख पहुंचा है। सत्ता का ट्रांसफर सही और शांतिपूर्ण ढंग से होना जरूरी है। इस तरह के प्रदर्शनों के जरिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस हिंसा की निंदा की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया में लोकतंत्र की एक मिसाल रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से हो।
अमेरिका के वाशिंगटन में हुई इस हिंसा में एक महिला की मौत हो गई है, जबकि पुलिस के साथ झड़प में कई प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए हैं। अमेरिका में हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने सीनेट का घेराव करने की कोशिश की, नारेबाजी करते हुए सीनेट में घुसकर कई क्षेत्रों में कब्जा भी किया। हालांकि, नेशनल गार्ड्स और अन्य सुरक्षाबलों ने सभी प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाल दिया। अब एक बार फिर अमेरिकी कांग्रेस में काम शुरू हो गया है।