पांच साल पहले ही कोरोना महामारी के बारे में बता चुके माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने आने वाले समय में दो और बड़ी आपदाओं की आशंका जताई है। इनमें जैव आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन का नाम लिया है जिनकी वजह से लाखों लोगों की जान जा सकती है। एक यूट्यूब चैनल को दिए साक्षात्कार में गेट्स ने कहा कि उन्हें इस भविष्यवाणी पर अच्छा महसूस हो रहा है।
हम तैयार नहीं नाम से दिए वक्तव्य में कोरोना जैसे वायरस से महामारी की संभावना जताई थी। उन्होंने कहा कि विश्व इस किस्म के संकट से लड़ने के लिए तैयार नहीं है। उस समय में उन्होंने मिसाइलों के बजाय सुक्ष्मजीवियों से लाखों की मौत की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा कि सांस से जुड़े वायरस बेहद खतरनाक होते हैं। समय समय पर मनुष्य के बीच फैलते रहते हैं। इनसे संक्रमित होने पर भी कई बार पता नहीं चलता, जबकि इबोला जैसे संक्रमण में व्यक्ति इतना बीमार हो जाता है कि सीधे अस्पताल में भर्ती मिलता है।
गेट्स ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से हर साल मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। आने वाले समय में इसकी वजह से कोविड 19 महामारी से भी ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है। उन्होंने कहा कि आज भी लोग इस बारे में उतने बड़े स्तर पर बात नहीं कर रहे हैं जितनी जरूरत है।
गेट्स ने कहा कि अगर कोई आतंकी संगठन बड़ा नुकसान करना चाहता है इसके लिए बायोटेररिज्म का रास्ता अपना सकता है। विश्व को इसके लिए भीडतैयार रहना होगा। हमले के लिए नए वायरस तैयार किया जा सकता है। ऐसे वायरस के हमले में प्राकृतिक महामारी के मुकाबले कहीं बड़ा नुकसान होगा।
गेट्स के अनुसार भविष्य में होने जा रही आपदाओं व महामारियों को पहले से रोका नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर भविष्य में नई महामारियां होंगी, हमें इनसे जूझने के लिए तैयार की जरूरत है।