ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मानवता को कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से मुक्त कराने के लिए दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं। भारत के 72वें गणतंत्र दिवस पर बोरिस को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अपनी यात्रा रद्द कर दी। बोरिस ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक वीडियो संदेश में कहा कि यह एक कि असाधारण संविधान ”के लागू होने का उत्सव है जिसने भारत को विश्व में सबसे बड़े संप्रभु लोकतंत्र” के तौर पर स्थापित किया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने आने वाले महीनों में भारत दौरे पर आने की बात भी दोहराई। जॉनसन ने कहा कि मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विनम्र आग्रह पर इस खास अवसर का साक्षी बनने को उत्साहित था, लेकिन कोविड-19 के कारण उत्पन्न समस्याओं के कारण मुझे लंदन में ही रुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि दोनों देश मिलकर टीका विकसित करने, उसे बनाने और वितरित करने के लिए काम कर रहे हैं, जो मानवता को वैश्विक महामरी से मुक्त करने में मदद करेगा।
ब्रिटेन, भारत और कई अन्य राष्ट्रों के संयुक्त प्रयासों की बदौलत हम कोविड के खिलाफ जीत दर्ज करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। मैं इस साल भारत आने के लिए उत्सुक हूं, ताकि हमारी दोस्ती को मजबूत कर सकें, रिश्तों को आगे बढ़ा सकें, जिसका संकल्प प्रधानमंत्री मोदी और मैंने किया है। ब्रिटेन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वभर में यह वायरस लोगों को दूर रहने पर मजबूर कर रहा है, जिसमें ब्रिटेन और भारत में रहने वाले परिवार और दोस्त भी शामिल हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक हमारे बीच के ”जीवंत पुल” हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारत और ब्रिटेन में सभी लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं।