दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक भारत ने सऊदी अरब और दूसरे तेल उत्पादक देशों से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का स्तर घटाने की मांग की है. भारत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल महंगा होने के कारण इकोनॉमिक रिकवरी और डिमांड को नुकसान हो रहा है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर पहले की सरकारों ने देश की आयात पर निर्भरता को कम करने की दिशा में काम किया होता तो आज आम लोगों पर पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का बोझ नहीं पड़ता.
दरअसल, सऊदी अरब ने फरवरी और मार्च 2021 के दौरान तेल उत्पादन में हर दिन 10 लाख बैरल की कटौती का ऐलान किया. इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तेजी हो रही है. सऊदी अरब ने तेल निर्यातक देशों के संगठन और रूस समेत सहयोगी देशों के साथ समझौते के तहत यह कदम उठाया था. इससे तेल की कीमत 63 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है, जो एक साल का सबसे ज्यादा स्तर है. इससे भारत में पेट्रोल का खुदरा मूल्य 100 रुपये लीटर से ऊपर निकल गया है.