आलोचना और विरोध का सामना करने के बाद इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप्लीकेशन व्हाट्सऐप ने अपनी नई डेटा-शेयरिंग पॉलिसी को फिलहाल टाल दिया है। दरअसल नई पॉलिसी में फेसबुक और इंस्टाग्राम का इंटीग्रेशन ज्यादा था जिसकी वजह से यूजर्स का व्हाट्सऐप डेटा फेसबुक से भी शेयर किया जाता। व्हाट्सऐप पर फेसबुक का पूरा स्वामित्व है। व्हाट्सऐप की इस निजता नीति से परेशान होकर यूजर्स उसकी प्रतिद्वंद्वी ऐप्ल टेलीग्राम और सिग्नल पर शिफ्ट हो रहे थे।
नई शर्तों और नीति को स्वीकार करने के लिए तय 8 फरवरी की अंतिम तारीख को व्हॉट्सएप ने फिलहाल टाल दिया है। व्हाट्सऐप ने कहा है कि वह प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर यूजर्स के बीच फैली भ्रामक जानकारियों को दूर करेगा। एक ब्लॉगपोस्ट में व्हाट्सऐप की ओर से लिखा गया है, ‘हमें बहुत से लोगों से सुनने को मिला है कि हमारे हालिया अपडेट को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इस अपडेट के जरिए हम फेसबुक के साथ पहले से ज्यादा डेटा शेयर नहीं करेंगे।’
बता दें कि व्हॉट्सएप ने 4 जनवरी को ‘इन-एप’ अधिसूचना के जरिए नई निजता नीति को घोषित करते हुए अपने यूजर्स को सेवा की शर्तों और गोपनीयता की नीति के बारे में अपडेट देना शुरू किया। व्हॉट्सऐप ने इसमें बताया कि वह कैसे यूजर्स के डेटा को प्रोसेस है और उन्हें फेसबुक के साथ किस तरह से साझा करती है। अपडेट में यह भी कहा गया कि व्हॉट्सऐप की सेवाओं का उपयोग जारी रखने के लिए उपयोक्ताओं को आठ फरवरी, 2021 तक नई शर्तों व नीति से सहमत होना होगा।