आज से एशिया के सबसे बड़ा एयर शो एयरो इंडिया का आगाज बेंगलुरु में होने जा रहा है। खास बात यह है कि इस शो में तकनीक के मामले में भारत अपनी ताकत तो दुनिया के सामने दिखाएगा। इस बार के शो की खास बात यह है कि आत्मनिर्भर भारत की झलक भी दिखाई देगी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की रोटरी विंग इस वर्ष की थीम है। अडवांस लाइट हेलिकॉप्टर, लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, मिडियम कॉम्बेट हेलिकॉप्टर के मॉडल भी दिखाए जाएंगे।
‘आत्मनिर्भर फॉर्मेशन फ्लाइट’ में स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के साथ फिक्स्ड विंग और रोटरी विंग एयरक्राफ्ट उड़ान भरेंगे। एचएएल निर्मित एडवांस्ड हॉक एमके -132, सिविल डोर्नियर-228 एलसीए ट्रेनर, एचटीटी-40, आईजेटी, एयरक्राफ्ट उड़ान भरेंगे। सुखोई-30 एमकेआई, लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर, लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव, भी उड़ान भरेंगे।
लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट मार्क -1A को एचएएल ने डिजाइन और डेवलप किया है। यह आधुनिक और फोर्थ जनरेशन का फाइटर एयरक्राफ्ट है। इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे रडार, बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल, इलैक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट और एयर टू एयर रीफ्यूलिंग प्लेटफॉर्म भी है जो एयरफोर्स की ऑपरेशनल जरूरतों को पूरी करेगा।
3 फरवरी से शुरू होकर एयरो इंडिया शो 5 फरवरी को संपन्न होगा। एयरो इंडिया शो दो साल में एक बार होता है और यह एशिया का सबसे बड़ा एयर शो है। इस शो में एविएशन सेक्टर के मैन्युफैक्चरिंग कंपनी से लेकर भारत की एयरफोर्स से लेकर दुनिया के कई देशों की एयरफोर्स के नुमाइंदे मौजूद होते हैं।
2019 में एयरो इंडिया में कुल 403 एक्जिबिटर में से 165 विदेशी एक्जिबिटर थे। अगर 2021 की बात करें तो कुल 600 एक्जिबिटर हैं और विदेशी एक्जिबिटर 78 हैं। एयरो इंडिया में इंडियन ओशन रीजन कॉन्क्लेव भी आयोजन किया जाएगा। कॉन्क्लेव के लिए 28 देशों को निमंत्रण भेजा गया था जिसमें से 18 देश के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे और 8 देशों के प्रतिनिधि वर्चुअली इससे जुड़ेंगे।