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किसान आंदोलन और कृषि सुधारों को लेकर देश में चल रहे बवाल के बीच एक अच्छी ख़बर आई है. इस साल यानि 2020 – 21 के दौरान देश में अनाज का रिकॉर्ड उत्पादन होने की संभावना जताई गई है. कृषि मंत्रालय की ओर से 2020-21 के लिए जारी दूसरे अग्रिम अनुमान में ये आंकड़े सामने आए हैं. रिकॉर्ड अनाज उत्पादन का अनुमान इस साल अनाज का कुल उत्पादन 30.30 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है. ये पिछले साल (2019-20 ) के मुक़ाबले क़रीब 58 लाख टन ज़्यादा है. पिछले साल अनाज का कुल उत्पादन क़रीब 29.70 करोड़ टन हुआ था. अगर पिछले 5 सालों (2015- 16 से 2019-20) का औसत उत्पादन देखें तो ये क़रीब 2.44 करोड़ टन ज़्यादा है.

देश में कुल अनाज उत्पादन का सबसे बड़ा हिस्सा धान और गेहूं का आता है, लिहाज़ा इस साल इन दोनों फसलों के भी रिकार्ड उत्पादन की संभावना है. धान का उत्पादन 12.03 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया जो पिछले 5 साल के औसत की तुलना में क़रीब 78 लाख टन ज़्यादा है. वहीं गेहूं का उत्पादन 10.90 लाख टन होने का अनुमान है. इसके अलावा दालों का उत्पादन क़रीब 2.45 करोड़ टन और गन्ना का उत्पादन 39.76 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है.

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इन आंकड़ों को मोदी सरकार की कृषि और किसानों के प्रति सकारात्मक नीतियों का नतीजा क़रार दिया है. इसके साथ ही, उन्होंने इसके लिए किसानों की मेहनत और कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान को भी इस उपलब्धि के लिए ज़िम्मेदार बताया है. तोमर ने कहा कि सरकार की ओर से कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे चहुमुखी सुधार लंबी दूरी में वरदान साबित होगी.

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