सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि जनवरी में चार भारतीय मछुआरों की मौत के मुद्दे को श्रीलंका के समक्ष उठाया गया और भारत ने इस संबंध में कड़ा राजनयिक विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार 18 जनवरी 2021 को भारतीय मछुआरों की नाव और श्रीलंकाई नौसेना के एक जलयान के आपस में टकराने के कारण चार मछुआरों की मौत हो गयी।
उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में भारतीय उच्चायुक्त ने श्रीलंका के विदेश मंत्री के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था। इसके अलावा यहां नयी दिल्ली स्थित श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त के समक्ष भी सख्त राजनयिक विरोध दर्ज कराया गया था।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका ने इस घटना के संबंध में जांच के आदेश दिए हैं और उसकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। उन्होंने कहा कि अभी श्रीलंका की हिरासत में कोई भारतीय मछुआरा नहीं है। जयशंकर ने कहा कि सरकार भारतीय मछुआरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और भारतीय मछुआरों से संबंधित मुद्दों को उच्चतम स्तरों पर उठाया जाता है। उन्होंने कहा कि जनवरी में उनकी श्रीलंका यात्रा के दौरान भी इस विषय पर चर्चा की गयी थी।