सिख संगठन ‘अखिल भारतीय शिरोमणि सिंह सभा’ ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सार्वजनिक छुट्टियों को घोषित करने की नीति का एकसमान और गैर-मनमाने तरीके से कार्यान्वयन की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि राजनीतिक दलों द्वारा अपने हितों और फायदे के लिए इस नीति का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। याचिकाकर्ता संगठन का कहना है कि 10वें सिख गुरु गोविंद सिंह को महत्वपूर्ण देशभक्त और ऐतिहासिक व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, बावजूद इसके अभी तक देश भर में उनकी जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित नहीं किया गया है जबकि सिख धर्म दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा धर्म है। साप्ताहिक अवकाश अधिनियम, साप्ताहिक अवकाश प्रदान करता है। वहीं न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और यूएसए जैसे देशों में छुट्टियां कानून द्वारा तय की जाती हैं। वकील दुर्गा दत्त के माध्यम से दायर इस रिट याचिका में याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि दसवें सिख गुरु की जयंती को पूरे देश में प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाना चाहिए ताकि लोगों में देशभक्ति, राष्ट्रवाद और भाईचारे की भावना पैदा हो सके। गुरु गोविंद सिंह जी अन्याय के खिलाफ खड़े हुए थे और उनकी शिक्षा को किसी समय सीमा में बांधा नहीं जा सकता। आने वाले समय में भी उनकी शिक्षाएं प्रासंगिक रहेंगी।