हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने शुक्रवार को बड़े स्तर पर कार्रवाई करते हुए पाया कि फैक्टरियों में ग्रैप के मापदंडो का उल्लंघन हो रहा है। एचएसआईआईडीसी बड़ी में तीन इकाइयां मेसर्स आर्यवर्त डाइंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स निर्मल ट्रांस बेल्ट प्राइवेट लिमिटेड काला धुआं छोड़ रही थीं।
इन फैक्टरियों पर 4.45 लाख रुपये का जुर्माना किया गया। टीमों ने खरखौदा के फिरोजपुर बांगर क्षेत्र का भी दौरा किया, जहां पर उन्हें 15 धातु फोर्जिंग इकाइयां अवैध रूप से चलती मिलीं। ये फैक्टरियां काला धुआं छोड़ रही थीं।
क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) प्रदीप सिंह के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने इन सभी 15 अवैध धातु फोर्जिंग इकाइयों को सील कर दिया। आरओ प्रदीप सिंह ने इन सभी अवैध इकाइयों को बंद करने के नोटिस जारी किए।
इन फैक्टरियों को किया सील
- फिरोजपुर बांगर में बिना किसी नाम के चल रही 10 फैक्टरियों को सील किया।
- मेसर्स गणेश एंटरप्राइजेज, फिरोजपुर बांगर।
- मेसर्स वीडी एंटरप्राइजेज, फिरोजपुर बांगर।
- मेसर्स संजय मेटल यूनिट, फिरोजपुर बांगर।
- मेसर्स जगन मेटल यूनिट, फिरोजपुर बांगर।
- मेसर्स आर्यवर्त डाइंग प्राइवेट लिमिटेड, बड़ी।
- मेसर्स निर्मल टांस बेल्ट प्राइवेट लिमिटेड बड़ी।
- मेसर्स ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड, बड़ी।
- मेसर्स श्री श्याम मेटल यूनिट, फिरोजपुर बांगर।