लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि भारत किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने में समर्थ है. उन्होंने कहा, “यह हमारी शक्ति है कि जब कोई भी चुनौती आती है तो हम उसका सामूहिक रूप से मुकाबला करने का सामर्थ्य और शक्ति रखते हैं. इसलिए, आज हम यह कह सकते हैं कि सामर्थ्य भारत अगर हमें बनाना है तो आत्मनिर्भर बनाना होगा.”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रविवार को धानक्या रेलवे स्टेशन पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक पर आयोजित ‘आत्मनिर्भर भारत, सक्षम भारत’ विषय पर व्याख्यान में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, “उस समय जब हम विचार करते थे कि बिना चीन के माल के फर्नीचर और बिजली कैसे होगी और गांव में भी छोटी सी टार्च मेड इन चाइना मिलती थी. चप्पल मिलेगी तो मेड इन चाइना मिलेगी. कितने कम समय के अंदर व्यापक परिवर्तन हो गया था कि हम पूर्ण रूप से हर चीज पर चीन या अन्य देश पर निर्भर हो गए थे.”
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे लगने लगा था कि अगर अन्य देशों से कच्चा माल या तैयार (फिनिश) माल नहीं मिलेगा तो भारत में उत्पाद नहीं बन पाएंगे. लेकिन इतने कम समय के अंदर ही हमने उन सब चीजो में परिवर्तन करने का काम किया. यह विचार से होता है कि संकल्प से होता है और यह विचार संकल्प पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने दिया. इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों और पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर शोध करने वाले शोधार्थियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
ओम बिरला ने शनिवार को कहा था कि सभी सदस्यों का यह दायित्व है कि सदन में लोकतांत्रिक और नैतिक मानदंडों तथा नियमों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए, क्योंकि सभी का लक्ष्य लोकतंत्र को सुदृढ़ करना है. संसद के बजट सत्र का पहला हिस्सा पूरा होने पर बिरला ने कहा कि बजट सत्र, 2021 के पहले चरण के दौरान लोकसभा ने 50 घंटे की निर्धारित अवधि की तुलना में 49 घंटे और 17 मिनट बैठकें कीं.