प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 22 दिसंबर को शाम साढ़े चार बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2020 को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यालय से इसकी जानकारी दी गई है।
इस साल के इस विज्ञान महोत्सव की थीम केंद्रीय विषय विज्ञान फॉर स्वावलंबी भारत और वैश्विक कल्याण है। 22 दिसंबर से शुरू होने वाले इस महोत्सव का आयोजन विश्व विख्यात भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की जयंती के मौके पर किया जाता है जो 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक चलता है। 2015 में शुरू किए गए भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का मकसद समाज में विज्ञान व तकनीक को बढ़ावा देना है। इस आयोजन के जरिए लोगों तक यह संदेश पहुंचाने की कोशिश की जाती है कि विज्ञान व तकनीक के जरिए हमारी जिंदगी कितनी बेहतरीन हो गई है।
इस विज्ञान महोत्सव का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और भारत सरकार और विपनभारती से जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ-साथ बड़ी संख्या में अन्य संगठनों के समर्थन से किया जाता है। विज्ञान व सूचना मंत्रालय के लिए नोडल संस्था सीएसआईआर-एनआईएस्टैड्स, नई दिल्ली है।
डीएसआईआर के सचिव और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ शेखर सी मंडे ने कहा है कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का उद्देश्य व्यक्ति को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं के बारे में प्रेरित करना है। सीएसआईआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड डेवलपमेंट स्टडीज की निदेशक डॉ रंजना अग्रवाल ने कहा कि ऐसे समय में जब महामारी के कारण जीवन में बाधा आ रही है तो यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी ही है जिसके सहारे लोगों को उम्मीद है। ऐसा ही एक जीवंत उदाहरण है इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल जहां विज्ञान के विभिन्न पहलुओं से परिचय कराया जाएगा।