हाल के दिनों में विभिन्न एयरलाइंस को बम की धमकियां मिली हैं, जिसके कारण कई फ्लाइट्स को आपात लैंडिंग करनी पड़ी या उन्हें डायवर्ट किया गया। इससे एयरलाइंस और यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
सरकार की नई पहल
इन घटनाओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, सरकार अब इससे निपटने के लिए सख्त नियम लागू करने पर विचार कर रही है। विशेषकर, धमकी देने वाले अपराधियों को नो-फ्लाई लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।
नियमों में बदलाव की तैयारी
पिछले चार दिनों में भारतीय एयरलाइंस की 20 से अधिक फ्लाइट्स को बम की धमकी मिली है, जिसमें कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। इस संदर्भ में, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के मौजूदा नियमों में बदलाव करने की योजना बनाई है। दोषियों के लिए सख्त सजा का प्रावधान किया जाएगा और उन्हें नो-फ्लाई लिस्ट में रखा जाएगा।
मौजूदा नियमों की कमी
हालांकि, देश में हवाई यात्रा के दौरान गलत व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के नियम हैं, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से बम की धमकी देने के लिए विशेष प्रावधान नहीं हैं। ऐसे मामलों में अभी तक आपराधिक कानून के तहत ही कार्रवाई की जाती है। गृह और कानून मंत्रालय के अधिकारी एयरलाइंस के साथ चर्चा कर रहे हैं ताकि नियमों को सख्त बनाया जा सके।
सुरक्षा पर जोर
नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने बताया कि जांच एजेंसियां सभी धमकियों की जांच कर रही हैं और हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। उन्होंने हवाई यात्रा की सुरक्षा और संचालन से किसी भी तरह के समझौते से इनकार किया।