देश के पहाड़ी इलाकों में अभी भी बर्फवारी का दौर जारी है और मैदानी इलाकों में बारिश से ठंड का कहर काफी बढ़ गया है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में है और यह धीरे-धीरे पूर्वी दिशा में आगे निकाल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब के उत्तरी भागों पर बना हुआ है। मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काइमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश की गरज के साथ बौछारें जारी रह सकती हैं। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, लक्षद्वीप, कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस महीने देश के कई हिस्सों खासकर दक्षिण भारत में अच्छी खासी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 11 और 12 जनवरी को उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में शीतलहर चलने की संभावना है जबकि 14 से 28 जनवरी तक दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है। उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत के भागों में अगले 24 घंटों में ओले पड़ने का अनुमान है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दक्षिणी गुजरात में भी हल्की बारिश का अनुमान है। हालांकि नौ जनवरी से राजस्थान और उत्तर प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। वहीं उत्तर भारत की बात करें तो हरियाणा, पंजाब, उत्तरी और पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में गहरा कोहरा छाया रह सकता है। मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटों में भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर और सागर संभाग में बारिश हो सकती है. भोपाल और इंदौर संभाग में ओलावृष्टि की संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है। बर्फीले पहाड़ों से मैदानी इलाकों की ओर चलने वाली उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण दिल्ली के न्यूनतम तापमान में दिल्ली के न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस गिरावट आने की संभावना है। वहीं दिल्ली में कोहरा छाए रहने की वजह से वहां विजिविलिटी काफी कम हो गई।

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