बांग्लादेश और म्यांमार की जमीन से भारत विरोधी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की तैयारी है। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां हर पंद्रह दिन पर खुफिया इनपुट के आधार पर इन देशों में चल रही किसी भी तरह की भारत विरोधी गतिविधि से होने वाले खतरे का आकलन करेंगे। इसके आधार पर संबंधित देशों की एजेंसियों के साथ मिलकर काउंटर प्लान तैयार होगा। अभी म्यांमार और बांग्लादेश से नियमित तौर पर खुफिया सूचनाओं के आदान प्रदान का सिस्टम है। सूत्रों का कहना है कि इस सिस्टम के जरिये एजेंसियां अपने देशों के अलावा आसपास के संभावित खतरों की सूचना साझा करते हैं। बांग्लादेश और म्यांमार दोनों देशों के साथ इस व्यवस्था का लाभ मिला है। बांग्लादेश में कट्टरपंथी तत्वों पर नकेल कसने के लिए भारतीय एजेंसियों का इनपुट कई बार कारगर साबित हुआ है।
बांग्लादेश की जमीन से पाक समर्थित आतंकी गुट भारत विरोधी रणनीति को अंजाम देते हैं। बांग्लादेश के जरिये घुसपैठ की कोशिश भी होती है। साथ ही कट्टरपंथी तत्व बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हैं। इन सभी मुद्दों पर दोनो देशो की एजेंसिया सतत संपर्क में हैं। मौजूदा सिस्टम को मजबूत करने की कवायद चल रही है। उधर म्यांमार में सक्रिय उग्रवादी गुटों पर नकेल के लिए भी दोनों देशों की एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने और बहुउद्देश्यीय सिक्योरिटी प्लान पर काम चल रहा है। हालांकि म्यांमार में ताजा तख्तापलट के बाद एजेंसियों को कई तरह की आशंकाएं भी हैं। सूत्रों ने कहा कि सभी चुनौतियों पर नियमित बैठकों में मंथन किया जाएगा।