गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत ने अपनी सैन्य शक्तियों का प्रदर्शन किया। गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ पर भारतीय सेना ने दुनिया के सबसे उन्नत रॉकेट सिस्टम में से एक भारत के पिनाका मल्टी रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का प्रदर्शन किया। राजपथ पर 841 रॉकेट रेजिमेंट (पिनाका) पिनाका मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम का प्रदर्शन किया गया। 841 रॉकेट रेजिमेंट (पिनाका) के पिनाका मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम का नेतृत्व कैप्टन विभोर गुलाटी ने किया।
यह बड़े क्षेत्र में बेहद कम समय के भीतर गोलाबारी करते हुए तबाही मचा सकता है। पिनाक रॉकेट्स को मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से छोड़ा जाता है। बतायााजा रहा है कि लॉन्चर सिर्फ 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स दाग सकता है। भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ के नाम पर डेवलप किए गए इस मिसाइल सिस्टम को भारत-पाक से लगी सीमाओं पर तैनात करने के मकसद से बनाया गया है। इस मिसाइल को भारत और रूस के संयुक्त उद्यम के रूप में विकसित किया गया है। इसकी अधिकतम सीमा 400 किमी बताई गई है।
भारत ने मंगलवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। थल सेना ने अपने मुख्य जंगी टैंक टी-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण सिस्टम, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक सिस्टम समविजय समेत अन्य का दमखम प्रदर्शित किया।
गणतंत्र दिवस परेड पर इस साल नौसेना ने अपने पोत आईएनएस विक्रांत और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नौसैन्य अभियान की झांकी पेश की। भारतीय वायु सेना ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस और देश में विकसित टैंक रोधी निर्देश मिसाइल ध्रुवास्त्र पर प्रस्तुति पेश की। इसके अलावा राफेल समेत वायु सेना के 38 विमान और भारतीय थल सेना के चार विमानों ने मंगलवार को गणतंत्र दिवस परेड की उड़ान में हिस्सा लिया। परेड के दौरानृ रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की इस बार दो झांकी दिखाई दी।
गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों, रक्षा मंत्रालय की छह झांकियों अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की नौ झांकियों समेत 32 झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन बान शान नजर आई।