प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्योग मंडल एसोचैम के स्थापना सप्ताह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने रतन टाटा को ‘एसोचैम एंटरप्राइज ऑफ दी सेंचुरी अवॉर्ड’ प्रदान किया। रतन टाटा ने टाटा समूह की ओर से यह अवॉर्ड लिया। रतन टाटा ने इस मौके पर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह महामारी के दौरान देश का नेतृत्व किया इसके लिए हम लोग उनके कृतज्ञ हैं। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, बीते 100 सालों में आप सभी ने देश की अर्थव्यवस्था से करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने का काम किया है। बता दें कि एसोचैम की स्थापना देश के सभी क्षेत्रों के प्रवर्तक चैंबरों ने 1920 में की थी। इसके तहत 400 से अधिक चैंबर और व्यापार संघ आते हैं। देश भर इसके सदस्यों की संख्या 4.5 लाख से अधिक है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, देश आज करोड़ों युवाओं को अवसर देने वाले उद्यम और धन निर्माता के साथ है। निवेश का एक और पक्ष है जिसकी चर्चा आवश्यक है। ये है रिसर्च एंड टेवलपमेंट- आर एंड डी, पर होने वाला निवेश। भारत मेंआर एंड डी पर निवेश बढ़ाए जाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, नया भारत, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है। और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है। मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर बदलाव कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, हमारा चैलेंज सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है। बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, एक जमाने में हमारे यहां जो परिस्थितियां थी, उसके बाद कहा जाने लगा था- वाय इंडिया (भारत ही क्यों)। अब जो सुधार देश में हुए हैं, उनका जो प्रभाव दिख रहा है, उसके बाद कहा जा रहा है- वाय नॉट इंडिया (भारत क्यों नहीं)। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, आने वाले 27 साल भारत के ग्लोबल रोल को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये हम भारतीयों के सपने और समर्पण, दोनों को टेस्ट करेंगे। ये समय भारतीय उद्योग के रूप में आपकी क्षमता, प्रतिबद्धता और साहस को दुनिया भर को दिखा देने का है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, इसलिए आज वो समय है, जब हमें प्लान भी करना है और एक्ट भी करना है। हमें हर साल के लिए, हर लक्ष्य को राष्ट्र निर्माण के एक बड़े लक्ष्य के साथ जोड़ना है। पीएम मोदी ने कहा, अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आईं और कई समाधान भी।