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PM Narendra Modi सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह सत्र कई मायनों में खास है क्योंकि हमारा संविधान 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह लोकतंत्र के लिए एक उज्ज्वल अवसर है।

मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी पर चिंता- PM Narendra Modi

पीएम मोदी ने संसद में स्वस्थ चर्चा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि दुर्भाग्यवश कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए संसद को बाधित करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा, “यह लोग संसद की गतिविधियों को रोकने में विफल रहते हैं, लेकिन जनता बार-बार इन्हें नकारती है।”

लोकतंत्र और जिम्मेदारी पर विपक्ष को नसीहत- PM Narendra Modi

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र का सम्मान हर सांसद की जिम्मेदारी है। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वे जनता की आकांक्षाओं का सम्मान करें और अपनी भूमिका को गंभीरता से निभाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता की भावना का आदर न करने वाले सांसदों को जनता समय-समय पर सजा देती है।

वैश्विक उम्मीदों पर भारत की भूमिका- PM Narendra Modi

पीएम मोदी ने कहा कि विश्व भारत की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है। उन्होंने इस सत्र को परिणामकारी और वैश्विक गरिमा को बढ़ाने वाला बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “हम जितना समय गवां चुके हैं, उसका पश्चाताप करते हुए नए अवसरों का लाभ उठाना चाहिए।”