कोरोना वायरस महामारी ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के खौफ के बीच केंद्र राज्य सरकारें अलर्ट हो गई है. महामारी के बढ़ते प्रकोप के साथ बंदिशें भी अब बढ़ने लग गई हैं. कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके अलावा कुछ शहरों में लॉकडाउन भी लगाया जा चुका है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई. इस वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्रियों से राज्यों का हाल जाना फीडबैक भी लिया. हालांकि, इस बैठक में कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री व्यस्तता के कारण शामिल नहीं हो पाए. आइए जानतें हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्रियों के बीच हुई समीक्षा बैठक की 10 बड़ी बातें-
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस को लेकर हुई समीक्षा बैठक में देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों पर चिंता जाहिर की.
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना की इस उभरती हुई दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा. इसके लिए हमें जल्दी निर्णायक कदम उठाने होंगे.
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में आज हम जहां तक भी पहुंचे हैं, उससे आत्मविश्वास मिला है इसे लापरवाही में नहीं बदलना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में कोरोना वायरस की वापसी को देखते हुए जनता को पैनिक मोड में नहीं लाना है सभी को परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है.
पीएम मोदी ने कोरोना के खिलाफ जारी जंग में एक बार फिर T3 का जिक्र किया. पीएम ने कहा कि ‘टेस्ट, ट्रैक ट्रीट’ को लेकर सभी राज्य सरकारों को उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसे कि हम पिछले एक साल से करते आ रहे हैं. सभी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क को कम से कम समय में ट्रैक करना RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है.
पीएम मोदी ने देश के छोटे शहरों में कोरोना वायरस टेस्ट को बढ़ाने पर जोर दिया. पीएम ने कहा कि हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा. हमें छोटे शहरों में रेफरल सिस्टम एम्बुलेंस नेटवर्क के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा.
पीएम ने कहा कि देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है. हम एक दिन में 30 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने के आंकड़े को भी पार कर चुके हैं. लेकिन इसके साथ ही हमें वैक्सीन डोज खराब होने की समस्या को बहुत गंभीरता से लेना है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 70 जिलों में तो पिछले कुछ हफ्तों में ये वृद्धि 150 फीसदी से भी ज्यादा है. अगर हम इस बढ़ती हुई महामारी को यहीं नहीं रोकेंगे तो देशव्यापी आउटब्रेक की स्थिति बन सकती है. हमें जल्द ही निर्णायक कदम उठाने होंगे.
मुख्यमंत्रियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने कुछ राज्यों में धीमी गति से हो रही टेस्टिंग वैक्सीनेशन पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि ये मंथन का विषय है कि आखिर कुछ क्षेत्रों में ही टेस्टिंग टीकाकरण कम क्यों हो रहा है. हमें जहां जरूरी हो माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के विकल्प पर भी काम करना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्यों में आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने पर जोर देना होगा. कई राज्यों में रैपिड एंटीजन टेस्टिंग पर ही ज्यादा बल दिया जा रहा है उसी भरोसे गाड़ी चल रही है. केरल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश इन्हीं में से हैं. हमें देश के सभी राज्यों में आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने पर जोर देना होगा.