राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने कहा है कि विवादास्पद कृषि कानूनों को पूरी तरह से खारिज कर देने के बजाए इसके उस भाग में संशोधन किया जाना चाहिए जिससे किसानों को इससे दिक्कत है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों का एक समूह केंद्र से पारित कृषि कानून के अलग-अलग पहलुओं का अध्ययन कर रहा है। शरद पवार से पूछा गया था कि क्या किसानों की मांग को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में प्रस्ताव लाएगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “पूरे बिल को खारिज कर देने के बजाए हम उस भाग में संशोधन कर सकते हैं जिसे लेकर किसानों को आपत्ति है, उन्होंने कहा कि इस कानून से संबंधित सभी पक्षों से विचार करने के बाद ही इसे विधानसभा के पटल पर लाया जाएगा।
शरद पवार ने आगे कहा की राज्यों को अपने यहाँ इस कानून को पास करने से पहले इसके विवादित पहलाओ पर विचार करना चाहिए तभी कोई फैसला लेना चाहिए। शरद पवार ने कहा की उन्हें नहीं लगता है की महाराष्ट्र के दो दिनों के सत्र में ये आ पाएगा, और अगर ये आता है तो इस पर विचार किया जाना चाहिए।