भारत में टेस्ला के आने की खबर जोरों पर हैं, माना जा रहा है कि साल 2021 में कंपनी भारत में अपने पहले वाहन को लाॅन्च करेगी। वहीं हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक टेस्ला ने गोपनीय फाइलों की चोरी करने के लिए एक पूर्व कर्मचारी पर मुकदमा दायर किया है। टेस्ला के अनुसार काम पर रखने के तीन दिनों के भीतर ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर एलेक्स खतिलोव ने हजारों कंप्यूटर स्क्रिप्ट को चुरा लिया। जिनकी बदौलत टेस्ला को विकसित होने में सालों लगे। दावा किया जा रहा है कि एलेक्स ने फाइल चुराकर अपने व्यक्तिगत ड्रॉपबॉक्स, क्लाउड स्टोरेज सर्विस में भेजी हैं। टेस्ला ने कहा कि “टेस्ला की सुरक्षा टीम द्वारा पूछे जाने पर एलेक्स ने दावा किया कि उसने केवल व्यक्तिगत प्रशासनिक दस्तावेजों के एक जोड़े को ट्रांसफर किया था। इन्हीं सबूतों को वह हटाने की कोशिश कर रहा था। खातिलोव ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि “जब वह अपने कंप्यूटर पर एक फ़ोल्डर की बैकअप काॅपी बनाने की कोशिश कर रहे थे। तो सॉफ्टवेयर फाइलें उनके ड्रॉपबॉक्स से गलती से डिलीट हो गईं।
कोर्ट की फाइलिंग के अनुसार 28 दिसंबर को एलेक्स को काम पर रखने के बाद टेस्ला की सुरक्षा टीम ने 6 जनवरी को फाइल डाउनलोड का पता लगाया और वीडियो कॉल के जरिए उनसे पूछताछ की। टेस्ला ने कहा कि इस कॉल के दौरान एलेक्स ने टीम के साथ अपनी स्क्रीन साझा करने में देरी की। जिस दौरान उन्हें वीडियो चैट पर जल्दबाजी में अपने कंप्यूटर से जानकारी हटाते हुए देखा गया था। सॉफ्टवेयर ऑटोमेशन इंजीनियर खलीलोव को कुछ चुनिंदा टेस्ला कर्मचारियों में से एक के रूप में काम पर रखा गया था, जो कंपनी का कहना है कि उनकी नौकरी के लिए असंबंधित थे। टेस्ला का कहना है कि उसे मुकदमा करना पड़ा क्योंकि एलेक्स ने उसकी चोरी के बारे में झूठ बोला और सबूत मिटाने का कोशिश भी की है।