वैक्सीन बनने के बाद भी कोरोना का कहर अब भी पूरी दुनिया के ऊपर मंडरा रहा है। दुनिया में अब तक कोविड-19 के 9.73 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 20.83 लाख लोगों ने वायरस के आगे अपना दम तोड़ दिया है। यही नहीं कई देशों में कोरोना के नए रूप ने भी लोगों को अपनी चपेट में लिया है। ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए स्ट्रेन के आने के बाद कई देशों ने अपने यहां पहले ही तैयारी कर ली है। इसके अलावा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका के वैज्ञानिक संयुक्त रूप से इन नए स्ट्रेन से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने पर काम कर रहे हैं। वैज्ञानिक इस प्रयास में जुड़े हैं कि वे कितनी जल्दी अपने वैक्सीन प्लेटफॉर्म को नए सिरे से तैयार कर पाएंगे। ऐसा इसलिए ताकि नई और प्रभावी वैक्सीन बनाई जा सके। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि वो वैक्सीन की इम्यूनिटी पावर पर पड़ने वाले नए कोरोना वायरस के रूप के प्रभाव का सावधानीपूर्वक आकलन कर रहे हैं। इसके अलावा वैज्ञानिक इस बात का भी आकलन कर रहे हैं कि कैसे नए तरीके की कोविड-19 वैक्सीन को जल्द बनाया जाए। वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि देश की दवा नियामक एजेंसियां पूरी तरह तैयार हैं, ताकि कोरोना के नए स्ट्रेन से लड़ने में आसानी हो।