टोक्यो ओलिंपिक के चीफ योशिरो मोरी ने शुक्रवार को महिलाओं को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद इस्तीफा दे दिया. 83 साल के मोरी की जगह कौन लेगा यह अभी साफ नही हुआ है. मोरी ने हालांकि 84 साल के देश के बड़े स्पोर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर साबुरो कावा बुची को उनकी जगह लेने का सुझाव दिया था. ओलिंपिक खेलों में अब केवल छह महीने का समय बचे हैं और ऐसे में मोरी के इस्तीफे ने आयोजकों की परेशानी और ज्यादा बढ़ा दी है
मोरी ने शुक्रवार को कहा कि वह तत्काल प्रभाव से ओलिंपिक अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे गलत बयान ने काफी विवाद खड़ा दिया है. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मैं अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं. जरूरी यह है कि जुलाई में ओलिंपिक खेल होने वाले हैं. मैं नहीं चाहता मेरी वजह से कोई परेशानी खड़ी हो.’ मोरी को अपने इस बयान के बाद माफी मांगने को बाध्य होना पड़ा था. हालांकि माफी मांगने के बावजूद हर तरफ से उनके इस्तीफे की मांग हो रही थी. सवाल उठने लगे हैं कि आखिर क्यों जापान में राजनीति और निदेशक मंडल में उम्रदराज पुरुषों का दबदबा है.
मोरी ने एक हफ्ता पहले जापान ओलिंपिक समिति की बैठक में महिलाओं को लेकर कहा था कि वो काफी बोलती हैं, क्योंकि वे प्रतिस्पर्धी होती हैं. उन्होंने कहा था कि बोर्ड की बैठकों में अगर अधिक महिलाएं हों तो वे लंबी चलती हैं क्योंकि महिलाएं प्रतिस्पर्धी होती हैं, अगर एक महिला ने कुछ कहने के लिए हाथ उठाया तो दूसरी को लगता है कि उसे भी बोलना चाहिए. उन्होंने कहा था कि अगर आप बोर्ड मीटिंग में महिलाओं की संख्या बढ़ाते हैं तो इससे आपको परेशानियां हो सकती हैं. मोरी के इस बयान के बाद उनकी काफी आलोचना हुई. 4 फरवरी को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और माना कि उनका बयान गलत था और ओलंपिक खेलों के भावनाओं से मेल नहीं खाता लेकिन साथ ही उन्होंने इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया था.