BHARAT VRITANT

म्यांमार में सैन्य तख्तापलट पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चिंता जाहिर की है। जो बाइडेन ने कहा है कि म्यांमार में सेना द्वारा किया गया तख्तापलट लोकतंत्र पर सीधा-सीधा हमला है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने म्यांमार पर नए प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी। म्‍यांमार में सैन्‍य तख्‍तापलट और नोबेल पुरस्‍कार विजेता आंग सांग सू की के गिरफ्तार किए जाने के बाद जो बाइडेन ने कहा, जहां भी लोकतंत्र पर हमला होगा, अमेरिका उनके लिए खड़ा रहेगा। वहीं अमेरिकी सेना ने कथित तौर पर म्यांमार की सेना को चेतावनी देते हुए कहा, अगर फौरन उन्होंने अपने कदमों को वापस नहीं लिए तो राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन इस पर कड़ी कार्रवाई करेगा।

जो बाइडेन ने कहा, म्यांमार की सेना द्वारा तख्तापलट और आंग सान सू ची एवं अन्य लोगों को हिरासत में लिया जाना और राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा देश में सत्ता के लोकतंत्रिक हस्तांतरण पर सीधा हमला है।

जो बाइडेन ने कहा, लोकतंत्र में सेना को जनता की इच्छा को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लगभग एक दशक से बर्मा (म्यांमार) के लोग चुनाव कराने, लोकतांत्रिक सरकार स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए इस काम का हमें सम्मान करना चाहिए। जो बाइडेन ने दुनियाभर के नेताओं से इस बात की अपील की है कि वह एक स्वर में म्यामांर की सेना पर दबाव डाले।

वहीं अमेरिकी राष्‍ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की प्रवक्‍ता जेन पास्‍की ने कहा, ‘म्‍यांमार की सेना ने देश के लोकतांत्रिक बदलाव को खोखला कर दिया है और आंग सांग सू की को अरेस्‍ट कर लिया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम म्यांमार की लोकतांत्रिक संस्थान और सरकार को अपना समर्थन और सहयोग दे रहे हैं। अमेरिका ने म्यांमार की सेना से आग्रह है कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पाल करने और कानून का राज चले दे।

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