हरियाणा जिला सोनीपत से सबंध रखने वाले सुमित के लिए हॉकी के इस मुकाम तक पहुंचने का सफर इतना सान नहीं था.आर्थिक तंगी से गुजरे परिवार ने ना जाने कितनी रातें भुखे पेट बिताई है लेकिन सुमित की मेहनत के आगे सब कुछ छोटा पड़ गया.

चीन में हो रही एशियन गेम्स में भारत की हॉकी टीम को जलवा देखना को मिला. जहां भारतीय मेन्स हॉकी टीम ने जापान को 5-1 से हराते हुए गोल्ड अपने नाम कर लिया. इतना ही नहीं, भारतीय टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 का कोटा भी हासिल कर लिया है. पूरा देश टीम की जीत की खुशी मना रहा है. वहीं टीम की जीत में खिलाड़ी सुमित कुमार ने भी अहम भुमिका निभाई.

  • सुमित और परिवार के संघर्ष के बारे में बात करते हुए उनके भाईयों ने बताया कि सुमित और परिवार के लिए ये सफर आसान नहीं था.
  • घर की आर्थिक हालात इतने खराब थे कि दुकानों में झाड़ू लगाकर परिवार का गुजारा किया जाता था.
  • इतना ही नहीं आमदनी बढ़ाने के लिए ढाबों तक में काम किया है लेकिन सुमित ने कभी भी अपनी आर्थिक स्थिति को अपनी कामयाबी के आड़े नहीं आने दिया आज उसी की देन है कि पूरी दुनिया में सुमित ने देश का नाम चमकाया है.