Bharat Vritant

तीन में से दो मैचों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहा भारत गुरुवार को चौथे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑलराउंड प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला बराबर करने के इरादे से उतरेगा। भारतीय टीम साथ ही चाहेगी कि अगर वह टॉस गंवाती है तो यह मैच के नतीजे में निर्णायक साबित नहीं हो। मौजूदा श्रृंखला में अब तक टॉस जीतकर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों ने आसान जीत दर्ज की हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली हालांकि लगातार अच्छे प्रदर्शन की जरूरत पर जोर देते रहे हैं। उनका कहना है इस साल घरेलू सरजमीं पर होने वाले टी-20 विश्व कप को देखते हुए टीम लक्ष्य का पीछा करे या पहले बल्लेबाजी करे, उसे अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जो दो मैच गंवाए हैं उसमें टीम को पावर प्ले में जूझना पड़ा, जिसके कारण टीम के अंतिम स्कोर पर असर पड़ा जबकि दोनों ही मैचों में एक बल्लेबाज (क्रमश: श्रेयस अय्यर और विराट कोहली) ने शानदार प्रदर्शन किया। लोकेश राहुल की खराब फार्म का खामियाजा भी भारत को भुगतना पड़ रहा है, लेकिन कोहली स्पष्ट कर चुके हैं कि कर्नाटक का यह बल्लेबाज और रोहित शर्मा सलामी जोड़ी के रूप में उनकी प्राथमिकता हैं।इंग्लैंड के तूफानी गेंदबाजों मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर ने पहले छह ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है। ये दोनों विकेट से अतिरिक्त उछाल हासिल करके भारतीय बल्लेबाजों को दुविधा में डालने में सफल रहे हैं। तीसरे मैच के बाद कोहली के बयान पर गौर करें तो हार्दिक पांड्या और वाशिंगटन सुंदर के साथ टीम में एक अन्य ऑलराउंडर को जगह मिल सकती है और वह पदार्पण का इंतजार कर रहे राहुल तेवतिया और अक्षर पटेल में से कोई एक हो सकता है।