ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद टीम इंडिया का कांफिडेंस काफी हाई है। शुक्रवार से विराट सेना इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भिड़ेगी। दोनों टीमों के पास वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने का मौका है। भारतीय फैंस के लिए यह सीरीज इसलिए भी खास है क्योंकि भारत में करीब एक साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है और इंग्लैंड जैसी टीम के साथ इसकी शुरुआत हो, इससे बेहतर और क्या हो सकता है। रूट अपना 100 वां टेस्ट मैच खेल रहे होंगे ऐसे में इंग्लिश फैंस के लिए भी यह मुकाबला और सीरीज काफी खास बन गई है। इन सब के बीच में विराट कोहली की टीम इंडिया में वापसी भी अच्छा संकेत है। कोहली पिता बनने के बाद टीम इंडिया में लौट आए। ऐसे में उनसे फिर से विराट पारी की उम्मीद होगी। रूट की बात करें तो हाल ही में उन्होंने सब कांटिनेंटल में जो प्रदर्शन किया है, उसे भारतीय टीम कम नहीं आंकेगी। खासतौर से स्पिनर्स को रूट अच्छा पढ़ लेते हैं। दुनिया के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले सीम गेंदबाज जेम्स एंडरसन फिर से भारतीय कप्तान के लिए मुसीबत खड़ी करने की कोशिश करेगी। वहीं रोहित शर्मा के धैर्य और शुभमन गिल की तकनीक का परीक्षण भी होगा।
भारत के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला अब बीती बात है। हमें इंग्लैंड की तरफ से सम्मान करना होगा और एक समय में एक मैच पर ध्यान देना होगा। पुरानी गेंद के खिलाफ, रिषभ पंत और खतरनाक हो सकते हैं जो समय के साथ और मैच्योर होते जा रहे। भारत के लिए गेंदबाजी संयोजन भी फोकस पर रहेग, जो भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि टीम इंडिया को लॉर्ड्स में डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ने के लिए इस सीरीज के दौरान कम से कम दो टेस्ट मैच या उससे अधिक जीतने होंगे।
जसप्रीत बुमराह भी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने डेब्यू के बाद से घर पर पहला टेस्ट खेल रहे हैं। इशांत शर्मा ने अपना आखिरी टेस्ट मैच लगभग एक साल पहले बेसिन रिजर्व में खेला था। जब उन्होंने पांच विकेट लिए थे। उसके बाद वह वोटिल हो गए और लंबे वक्त तक लाल गेंद के खेल से दूर रहे। अनुभवी गेंदबाजों की अनुपस्थिति में मोहम्मद सिराज के गजब के प्रदर्शन को भुलाया नहीं जा सकता है और यह हाल के दिनों में कोहली और कोच रवि शास्त्री के लिए सबसे मुश्किल कॉल में से एक होगा जब वे सिराज और ईशांत के बीच किसे टीम में रखेंगे।
स्पिनर्स को लेकर भी टीम मैनेजमेंट काफी असमंजस में होगा। रवींद्र जडेजा उपलब्ध नहीं है, ऐसे में उनकी जगह क्या अक्षर पटेल को मौका दिया जाएगा। अगर ऐसा होता है तो उनका डेब्यू टेस्ट होगा। मगर वाशिंगटन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया में गेंद और बल्ले से जो कर दिखाया, उसे कम नहीं आंका जा सकता। इसके अलावा आर अश्विन और कुलदीप यादव भी विकल्प के तौर पर मौजूद हैं।