टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने शुक्रवार को भारतीय टीम प्रबंधन पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने दो खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी की है। गंभीर ने कहा कि ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत के बीच रोटेशन का फैसला दोनों विकेटकीपरों के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि साहा ने सीरीज में बस एक टेस्ट खेला और उसे बाहर कर दिया गया।

पहले टेस्ट में फ्लॉप रहे साहा को मेलबर्न में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया है। इससे नाराज गंभीर ने सवाल किया है कि क्या अगर पंत अगले दो मैचों में नाकाम रहते हैं तो क्या उनके साथ भी यही सलूक किया जाएगा। गंभीर ने एक यूट्यूब चैनल से बातचित में कहा, ‘अगर पंत दूसरे और तीसरे टेस्ट में अच्छा नहीं खेल सका तो क्या करेंगे। क्या फिर साहा को टीम में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी कथनी से नहीं बल्कि करनी से सुरक्षित महसूस करते हैं, जो मौजूदा टीम प्रबंधन नहीं कर सका है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘पंत और साहा दोनों के साथ काफी समय से नाइंसाफी हो रही है। हालात के अनुरूप उन्हें चुना जाता है। विकेटकीपरों के साथ ऐसा नहीं किया जाता, ऐसा गेंदबाजों के साथ होता है।’

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