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भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को हाल ही में हुए आईपीएल ऑक्शन में मुंबई इंडियंस की टीम ने 20 लाख के बेस प्राइज में खरीदा, जिसके बाद से ही अर्जुन तेंदुलकर के नाम पर लोगों ने नेपोटिज्म शब्द का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. अब सचिन ने इस मुद्दे पर इशारों-इशारों में अर्जुन तेंदुलकर के आलोचकों को जवाब दिया है.

सचिन का मानना है कि खेलों में किसी खिलाड़ी को उसकी पृष्ठभूमि नहीं बल्कि मैदान पर प्रदर्शन पहचान दिलाता है. उन्होंने ‘अनएकेडमी’ का ब्रांड एंबेसडर बनने के बाद वर्चुअल बातचीत में कहा, ‘खेल में मैदान पर आपके प्रदर्शन के अलावा किसी अन्य चीज को मान्यता नहीं मिलती है. जब भी हम ड्रेसिंग रूम में प्रवेश करते हैं, तो वास्तव में यह मायने नहीं रखता कि आप कहां से आए हैं. आप देश के किस हिस्से से आए हैं और आपका किससे क्या संबंध है. यहां सभी के लिए समान स्थिति होती है’.

सचिन तेंदुलकर ने कहा कि खेल नई पहल से लोगों को एकजुट करता है. उन्होंने कहा, ‘आप एक व्यक्ति के रूप में वहां हैं. ऐसा व्यक्ति जो टीम में योगदान देना चाहता है. हम यही तो करना चाहते हैं, अपने अनुभवों को साझा करना. विभिन्न स्कूलों और बोर्ड का हिस्सा होने के नाते मैं अलग-अलग तरह के प्रशिक्षकों से मिलता हूं. मैं स्वयं बहुत कुछ सीखता हूं और ये वे अनुभव हैं जिन्हें मैं साझा करना चाहता हूं’.

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