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भारत ने इंग्लैंड को चौथे टी20 मैच में मात देकर सीरीज में 2-2 की बराबरी कर ली है. लेकिन, इस मैच के दौरान ‘सॉफ्ट सिग्नल’ के नियम को लेकर बवाल मच गया. भारतीय पारी के दौरान सूर्यकुमार यादव और वॉशिंगटन सुंदर इस नियम का शिकार बने. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस नियम की आलोचना की है. कोहली ने कहा कि मैदानी अंपायर के पास ‘मुझे नहीं पता’ का ऑप्शन क्यों नहीं होता है.

दरअसल, सूर्यकुमार यादव पारी के 14वें ओवर में सैम कुरेन की गेंद पर डेविड मलान को कैच दे बैठे. रिप्ले में दिख रहा था कि गेंद जमीन को छू गई थी. लेकिन सॉफ्ट सिग्नल के चलते सूर्यकुमार को थर्ड अंपायर वीरेंदर शर्मा ने आउट दे दिया. अगर मैदानी अंपायर सूर्यकुमार को सॉफ्ट सिग्नल में नॉट आउट देता, तो तीसरा अंपायर भी अपना फैसला नॉट आउट ही देता. सूर्यकुमार ने शानदार 57 रनों की पारी खेली.

इसके बाद पारी के आखिरी ओवर में वॉशिंगटन सुंदर भी सॉफ्ट सिग्नल के तहत आउट दिए गए. जोफ्रा आर्चर की गेंद पर सुंदर ने एक बेहतरीन शॉट लगाया , लेकिन गेंद बांउड्री लाइन पर पड़ खड़े आदिल राशिद के हाथों में गई. मैदानी अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल आउट दिया. कैच लेने के समय ऐसा लग रहा था राशिद का पैर बाउंड्री लाइन को टच कर गया है. लेकिन, तीसरे अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल के चलते सुंदर को आउट दे दिया.

मैच के बाद कोहली ने ने कहा, ‘टेस्ट सीरीज में भी कुछ ऐसा ही हुआ था. मैं अजिंक्य रहाणे के बगल में फील्डिंग कर रहा था. रहाणे ने कैच पकड़ा था लेकिन वह आश्वस्त नहीं थे. अगर फील्डर को इसमें संदेह होता है तो स्क्वायर लेग पर खड़ा अंपायर कैसे साफ तरीके से देख सकता है? ये ऐसे फैसले हैं जो खेल की दिशा को बदल सकते हैं, खासकर इन बड़े मैचों में. मुझे यह समझ में नहीं आता कि अंपायर के पास ‘मुझे नहीं पता’ का ऑप्शन क्यों नहीं हो सकता है.’