भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाता था. सहवाग दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. वह जब भी मैदान पर उतरते थे तब गेंदबाजों की हवा टाइट हो जाती थी. कुछ उन्हीं के अंदाज में उनके भतीजे मयंक डागर ने सोमवार को बल्लेबाजी की. हिमाचल प्रदेश के लिए खेलने वाले मयंक नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और तेजी से रन बटोरे.
मयंक हालांकि अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. मुंबई ने हिमाचल प्रदेश को 200 रनों से हरा दिया. पहले बल्लेबाजी करने वाली मुंबई ने 50 ओवरों में नौ विकेट खोकर 321 रन बनाए. जवाब में हिमाचल प्रदेश की टीम 24.1 ओवरों में 121 रनों पर ही ढेर हो गई. मयंक जब बल्लेबाजी करने आए तो टीम की हार तय हो चुकी थी. ऐसे में मयंक के पास आपने हाथ खोलने का सही मौका था. उन्होंने इस मोके का पूरी तरह से फायदा उठाया और 20 गेंदों पर नाबाद 38 रन ठोक डाले. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के मारे. वह टीम के सर्वोच्च स्कोरर रहे. उनके अलावा प्रवीण ठाकुर ने 22, कप्तान ऋषि धवन ने 18 और एकांत सेन ने 21 रन बनाए. इन सभी के अलावा टीम का कोई और बल्लेबाज दहाई के आंकड़े में नहीं पहुंच सका.