मिर्ज़ापुर-2 तीन दिन पहले ही रिलीज हुई है और आरोप है कि मिर्जापुर-1 की तरह इसमें भी जो कंटेंट दिखाया गया है, वह कथित तौर पर मिर्ज़ापुर का कभी इतिहास नहीं रहा है। हालांकि मिर्ज़ापुर-2 रिलीज होने से पहले भी कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर विरोध जताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि सीरीज मिर्ज़ापुर को बदनाम कर रही है।
वहीं मिर्जापुर जिले की सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर कहा कि वेब सीरीज मिर्जापुर-2 में मिर्जापुर को हिंसक इलाका बताकर बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने मिर्जापुर-2 की जांच कर इसे तत्काल बंद कराने की मांग की।
अनुप्रिया पटेल ने ट्वीट कर कहा – ‘माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी एवं माननीय मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी के नेतृत्व में मिर्ज़ापुर विकासरत है।यह समरसता का केंद्र है। मिर्ज़ापुर नामक Webseries के ज़रिए इसे हिंसक इलाक़ा बताकर बदनाम किया जा रहा है।इस सीरीज़ के माध्यम से जातीय वैमनस्य भी फैलाया जा रहा है। ‘
अनुप्रिया पटले ने कहा कि मिर्जापुर विकासरत इलाका है। यहां के लोग काफी संघर्षशील और उर्जावान हैं। अपनी मेहनत के बल पर यहां के लोगों ने बेहतर मुकाम हासिल किए हैं। हिंदी के महान साहित्यकार आचार्य रामचंद्र शुक्ल की जन्मथली रहे जिले की छवि को हिंसक बताया जाना यहां के लोगों के साथ अन्याय और जिले को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। यहां कई ऐसी हस्तियां हैं जो देश में काफी मशहूर रहे हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की कर्मस्थली रहे मिर्जापुर के साथ यह घिनौना मजाक है। अनुप्रिया ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से इस मामले की व्यापक जांच कराके आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है।