हाथरस परिवार से मिलने जा रहे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और बहन प्रियंका गांधी को गुरुवार को रोक लिया गया था। पुलिस ने इन दोनों को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार कर लिया था। राहुल गांधी पर एफआईआर दर्ज की गई। वहीं शुक्रवार को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि मैं दुनिया में किसी से नहीं डरूंगा… मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं, मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए मैं सभी कष्टों को सह सकूं.’ गांधी जयंती की शुभकामनाएं। बता दें कि बुधवार को हाथरस घटना पर बड़ा सियासी बवाल देखने को मिला था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की अध्यक्षता में हजारों कांग्रेस नेता हाथरस के लिए रवाना हुए लेकिन वहां तक पहुंच नहीं पाए। राहुल गांधी को बीच रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों नेता ग्रेटर नोएडा से आगे नहीं जा पाए। यहां यूपी पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। जिसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया और बाद में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने इन दोनों नेताओं को दिल्ली बॉर्डर पर छोड़ दिया था। देर शाम राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कुल 203 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-1 थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। इनमें 153 लोग नामजद और 50 अन्य लोगों पर कोरोना महामारी समेत नियमों को तोड़ने का मामला दर्ज किया गया है। ईकोटेक-1 पुलिस के अनुसार, कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर महामारी एक्ट में भीड़ एकत्र करने, हाथरस में धारा-144 की जानकारी होने के बावजूद यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते वहां जाने का प्रयास करने और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वहां इकट्ठा होकर न जाने की आईपीसी की धारा-188 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें राहुल गांधी व प्रियंका समेत 153 कांग्रेसियों को आरोपी बनाया गया है। इनमें प्रमुख नेताओं में दीपेंद्र हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला, राजीव शुक्ला, अजय कुमार लल्लू, रागिनी नायक, आचार्य प्रमोद कृष्णम, मनोज चौधरी सहित कई अन्य नेताओं को नामजद किया गया है। मुकदमे में पचास लोगों को अज्ञात भी बताया गया है जिनकी पहचान पुलिस कर रही है। पुलिस का कहना है कि जानबूझ कर कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जान नेताओं की तरफ से संकट में डाली गई। इस वजह से कार्रवाई की गई।