पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में अपना झंडा लहराने के लिए बीजेपी मास्टर प्लान बना रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच बैठक हुई। तीन घंटे चले इस मंथन में बंगाल चुनाव में भाजपा की सियासी रणनीति को लेकर चिंतन-मनन हुआ। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आदि मौजूद रहे। मीटिंग में तय हुआ कि शाह और नड्डा हर महीने में कम से दो बार रैलियां करने बंगाल जाएंगे, ताकि ममता बनर्जी और उनकी टीएमसी को मात दी जा सके।
इसी बीच, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बनर्जी पर लोगों के साथ विकास के नाम पर धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके जिद्दीपन के कारण कई लोग बेघर रहने को मजबूर हैं। शेखावत ने उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा के लिए घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करने के दौरान यह बात कही। उनके मुताबिक, ममता बनर्जी सरकार ने पिछले दस वर्षों में विकास के नाम पर लोगों को ठगा है।
टीएमसी से असंतुष्ट चल रहीं बीरभूम से सांसद शताब्दी रॉय ने पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने के एक दिन बाद ही यू टर्न ले लिया। कहा कि वह तृणमूल के साथ ही हैं। यह बात उन्होंने डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी से भेंट के बाद कही। बकौल रॉय, “मैं टीएमसी के साथ हूं और मैं यहां ममता बनर्जी की वजह से रुकी हूं। ये साथ रहने का वक्त है। पार्टी से जुड़ी शिकायतें मैंने अभिषेक के समक्ष रखीं, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है। मैं शनिवार को दिल्ली नहीं जाऊंगी।”
उधर, टीएमसी ने आरोप लगाया कि राज्य में केंद्र सरकार की सभी परियोजाएं खोखली और विफल साबित हुई हैं। ऐसे में अगर भाजपा पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है तो राज्य गंगा में डूब जाएगा। टीएमसी के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने भाजपा के इस दावे का भी मजाक उड़ाया कि अगर वह विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करती है तो राज्य को ‘सोनार बांग्ला’ में तब्दील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार ने शायद ही कोई वादा पूरा किया हो।