असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच, राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राजधानी दिल्ली में शनिवार को मुलाकात की.बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को असम के निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को दिल्ली बुलाया था. इसे लेकर अब तक दो दौर की बैठकें पूरी हो चुकी हैं, जिनमें नड्डा, शाह और भाजपा के महासचिव बी एल संतोष ने दोनों नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की.
तीसरे दौर की बैठक जारी है, जिसमें भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दोनों नेताओं से एक-साथ बातचीत कर रहा है. सरमा ने बैठक के बाद कहा कि भाजपा विधायक दल अपने नेता को चुनने के लिए रविवार को असम में बैठक करेगा. असम के सोनोवाल-कचहरी आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले सोनोवाल और उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक सरमा मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं.
दरअसल, भाजपा ने असम में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी. जबकि पार्टी ने 2016 के विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को इस पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था और चुनाव जीता था. इसी के साथ पूर्वोत्तर में बीजेपी की पहली सरकार बनी थी. लेकिन इस बार पार्टी ने कहा था कि वह चुनाव के बाद फैसला करेगी कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा.
इसे ही लेकर अब इस बात की अटकलें हैं कि राज्य में निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ही अगले मुख्यमंत्री होंगे या फिर उनके मंत्री हिमंत बिस्व सरमा सरकार के मुखिया होंगे. इससे पहले सरमा ने संवाददाताओं से कहा था कि राज्य सरकार के गठन में ‘थोड़ी देरी’ होगी, क्योंकि बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों की ओर से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर कथित रूप से हमला किये जाने के बाद पश्चिम बंगाल में हैं.
126 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को मतदान हुए थे और चुनाव के नतीजे दो मई को घोषित कर दिए गए थे. सत्तारूढ़ बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 75 सीटें जीती हैं जबकि विपक्षी महागठबंधन को 30 सीटें मिली है. इस विपक्षी महागठबंधन में कांग्रेस, AIUDF और आठ अन्य दल थे. भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद (AGP) ने नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं.