पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है, लेकिन उससे पहले ही बयानबाजी का दौर चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी विरोधी बयान देने पर अपने कुछ नेताओं को नोटिस जारी किया है। पार्टी नेता सायंतन बासु, प्रदेश महिला मोर्चा की प्रमुख अग्निमित्रा पॉल को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। दोनों नेताओं से सात दिनों में जवाब देने को कहा है।
जब बीते दिनों चर्चा थी कि टीएमसी के नेता जितेंद्र तिवारी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। तब भाजपा के इन नेताओं ने जितेंद्र तिवारी का खुले मंच पर विरोध किया था और कहा था कि ऐसे लोगों को पार्टी में जगह नहीं मिलनी चाहिए।
सिर्फ इन नेताओं ने ही नहीं बल्कि भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी अपने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि जबतक वो हैं जितेंद्र तिवारी जैसे लोग उनकी पार्टी में नहीं आएंगे। लगातार हो रहे विरोध के बाद जितेंद्र तिवारी का भाजपा में आना रुका था और वो फिर टीएमसी के पाले में चले गए थे। विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी का दामन छोड़ बड़ी संख्या में नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। बीते दिनों जब गृह मंत्री अमित शाह बंगाल के दौरे पर थे, तब भी शुभेंदु अधिकारी समेत सैकड़ों नेता पार्टी में शामिल हुए।
भाजपा की ओर से लगातार ऐसे नेताओं को अपने साथ जोड़ा जा रहा है, जिनका जनाधार मजबूत है। अमित शाह जनवरी में भी बंगाल का दौरा करने वाले हैं, ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि तब भी बड़ी संख्या में नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बंगाल में 2021 में मई में चुनाव हो सकता है। उससे पहले टीएमसी और भाजपा में आरपार की जंग चल रही है।