जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव में आर्टिकल 370 के विशेष प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद तैयार हुआ गुपकार गठबंधन 113 सीटों में कई पर जीत के साथ आगे चल रहा है। वहीं, बीजेपी 69 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। इस बीच महत्वपूर्ण यह भी है कि भारतीय जनता पार्टी का एक लंबा वनवास खत्म हुआ है और पार्टी ने घाटी में एंट्री कर 3 सीटों पर जीत दर्ज की है।
जम्मू में बीजेपी 28 सीटों पर, कांग्रेस 5, नैशनल कॉन्फ्रेंस-12 और जेकेएपी 2, निर्दलीय-4 और पैंथर्स पार्टी 1 सीट पर आगे चल रही है। गुपकार के बनने और बीजेपी के घाटी में दाखिल होने को लेकर बीजेपी के नेता, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी अपना पक्ष रखा है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘चुनाव कमिशन का आप पत्र देखें तो सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी है। उसमें तो अलग-अलग सबने लड़ा है। बाहरी तौर पर इन्होंने कहा कि हमारा अलायंस है। 70 वर्ष के बाद पहली बार बीजेपी के तीन प्रत्याशी घाटी से निर्वाचित होकर आ रहे हैं। दो अन्य पर लीड भी चल रही है। भारी कैंपेन हुआ है। कुछ पहले तक तो बीजेपी को बहुत संजीदगी से घाटी में सोचा भी नहीं जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो निर्णय लिया है, पहली बार 70 वर्ष के बाद ग्रासरूट डेमोक्रेसी है, जो पंचायतीराज लोग जो बढ़चढ़कर आए हैं, लोगों में प्रजातंत्र के प्रति एक आस जगी है। उन्हें लगा है कि यह दो-तीन खानदानों तक सीमित नहीं है, हमारे ही बीच में से हमारे चुने हुए लोग जा रहे हैं। बीजेपी और पीएम मोदी की ओर से लिए गए निर्णयों के समर्थन में यह सारा वोट है।’
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘वोट डालने वाला आम व्यक्ति है। कश्मीर में वोटर टर्नआउट का चलन नहीं है। पिछले 30 वर्षों में जितने भी चुनाव हुए उसमें सबसे ज्यादा आज वोटर टर्नआउट हुआ। दरअसल, अब लोगों को लगने लगा है कि मेरी इच्छा के अनुसार चुनाव हो रहा है। यह जो लोगों के मन में आया है वह पीएम मोदी के नेतृत्व ने कायम की है। पहले वह मायूस हो चुका था। चुनाव में हिस्सा ही नहीं लेता था। पूरे जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के लिए स्वीकार्यता देखने को मिली है।’ गुपकार गठबंधन को लेकर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘ये सभी पार्टियां एकसाथ इस वजह से आईं क्योंकि इन्हें पता था कि बीजेपी से अकेले लड़ना आसान नहीं है।’