द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के प्रमुख एम के स्टालिन ने शुक्रवार को राजभवन में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शपथ दिलाई. स्टालिन के साथ उनकी पार्टी के 33 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली है. शपथ लेने वाले नामों में 19 पूर्व मंत्री और 15 नए चेहरे शामिल हैं. शपथ लेने वाले मंत्रियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं.
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने गुरुवार को स्टालिन के विधायकों को मंत्री बनाए जाने और उनके विभागों को नियुक्त करने संबंधी सिफारिशों को मंजूरी दे दी थी. स्टालिन के बेटे उधयनिधि मंत्रियों की सूची में शामिल नहीं हैं. डीएमके ने अपने सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ा था और अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल किया था. स्टालिन के पास गृहविभाग, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ,स्पेशल इनीशिएटिव, स्पेशल प्रोग्राम इम्पिलिमेन्टेशन एन्ड वेलफेयर ऑफ डिफरेंटली- एबल्ड पर्सन जैसे विभाग भी हैं. चिकित्सा और परिवार कल्याण विभाग को चेन्नई के पूर्व मेयर एमए सुब्रमण्यन को सौंपा गया है वहीं जल संसाधन मंत्रालय डीएमके महासचिव एस दुरिमुरुगन को दिया गया है. उदयनिधि के घनिष्ठ सहायक अनबिल महेश पोयमोजी को स्कूल शिक्षा विभाग का प्रभार दिया गया है
केएन नेहरू नगरपालिका प्रशासन संभालेंगे. पलानीवेल थियागराजन को वित्त विभाग आवंटित किया गया है, जबकि ईवीएल वेलू को सार्वजनिक कार्य विभाग दिया गया है. इसके अलावा के पोनमुडी उच्च शिक्षा मंत्रालय के प्रभारी बनाए गए हैं. गीथा जीवन सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण मंत्रालय की देखरेख करेंगी. सीवी गणेशन को श्रम कल्याण और कौशल विकास मंत्री जबकि एम मथिवेथन को पर्यटन मंत्री और एन कयालविज़ी सेल्वराज को आदि द्रविड़ कल्याण मंत्री बनाया गया है.
राज्य के डेल्टा क्षेत्र से कोई मंत्री नियुक्त नहीं किया गया है. स्टालिन ने बुधवार को राज्यपाल से मुलाकात की और डीएमके विधायक दल के नेता के रूप में अपने चुनाव को सूचित करते हुए एक पत्र पेश किया था. डीएमके ने 234 सदस्यीय विधानसभा में अपने दम पर 133 सीटें जीतीं और कांग्रेस सहित कुछ अन्य दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा.