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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भाजपा में उनके जाने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि अगर उन्हें भाजपा में जाना होता तो वह अटल के समय चले जाते जब वह उनके पास हर दीवाली और ईद पर आते थे।

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह पार्टी से अभी सेवानिवृत्त नहीं हो रहे हैं, राज्यसभा का कार्यकाल पूरा किया है, लेकिन राजनीति से नहीं। मौजूदा समय में कश्मीर से कन्याकुमारी तक कांग्रेस पूरे देश की मांग है। आगामी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी ताकत के साथ लड़ेगी। मैं चार पांच बार ही बाहर गया हूं और इतनी बातें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि वह स्व. इंदिरा गांधी से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह तक प्रधानमंत्रियों की कैबिनेट में रहे।

आजाद ने कहा कि वह 42 साल तक पार्टी में कई अहम पदों पर रहे और 18-18 घंटे तक काम किया। सोनिया गांधी से मुझे फिर से महासचिव न बनाने को कहा था। उन्होंने पूर्व सांसद मदन लाल और मोहम्मद शरीफ नियाज को याद किया। पार्टी कार्यकर्ताओं को कोविड के बढ़ते संक्रमण में एहतियात बरतने पर जोर दिया। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष जीए मीर, रमण भल्ला आदि मौजूद रहे।

जम्मू पहुंचे आजाद का जोरदार स्वागत राज्यसभा के कार्यकाल से सेवामुक्त होने के बाद पहली बार शुक्रवार को जम्मू पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का समर्थकों की ओर से जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर पुष्प वर्षा की गई। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ ने साबित कर दिया कि प्रदेश की सियासत में आजाद का पलड़ा अभी भी भारी है। जम्मू में सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए पहुंचे आजाद ने अचानक शाम को पार्टी मुख्यालय में पहुंचकर प्रदेश नेतृत्व में नई ऊर्जा का संचार करने का काम किया। इससे आजाद ने पार्टी से दूरियां बढ़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया।

आजाद के दौरे को लेकर उनके करीबियों और समर्थकों में भारी उत्साह था। दोपहर 12 बजे के करीब जम्मू एयरपोर्ट के बाहर नेता, कार्यकर्ता और समर्थक ढोल, पुष्पों के साथ पहुंच गए थे। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद, पूर्व कैबिनेट मंत्री जीएम सरूरी, जुगल किशोर, पीरजादा मोहम्मद सईद, पूर्व एमएलसी नरेश गुप्ता आदि शामिल थे। एयरपोर्ट के बाहर करीब एक घंटे तक आजाद के समर्थन में नारे गूंजते रहे। भीड़ अधिक होने से ट्रैफिक पुलिस को यातायात सुचारु करने में कसरत करनी पड़ी। आजाद दोपहर एक बजे एयरपोर्ट से बाहर निकले तो भीड़ ने उनके वाहनों को घेरकर उनके समर्थन में नारेबाजी करना शुरू कर दी। आजाद ने भी कार्यकर्ताओं का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।

इसके बाद आजाद ने बठिंडी में पहुंचकर कांग्रेस के पूर्व विधायक स्व. मोहम्मद शरीफ नियाज के आवास पहुंचकर उनके परिवार से सांत्वना जताई। इसके बाद गांधीनगर स्थित अपने सरकारी निवास के बाद शाम को आजाद शहीदी चौक स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे। यहां पार्टी नेताओं से कई मुद्दों पर चर्चा की गई। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश के पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में कांग्रेस डटकर लड़ेगी। आजाद 27 फरवरी को सुबह 11 बजे सैनिक कालोनी में एक कार्यक्रम के बाद दोपहर को गुरु रविदास सभा के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। 28 फरवरी को वह गुज्जर देश चेरिटेबल ट्रस्ट के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और पार्टी के पूर्व सांसद स्व. मदन लाल शर्मा के अखनूर स्थित आवास पर जाएंगे।

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