केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन पर पीएम नरेन्द्र मोदी के ‘मौन’ पर कांग्रेस ने रविवार को सवाल उठाया। कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा कि उन्होंने 33 प्रदर्शनकारियों की मौत होने पर अब तक शोक प्रकट क्यों नहीं किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को नमन करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘किसानों का संघर्ष और बलिदान अवश्य रंग लाएगा! किसान भाइयों-बहनों को नमन और श्रद्धांजलि।’
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा कि आंदोलन के दौरान 33 किसानों ने अपनी जान गंवा दी और आंदोलनरत किसान संगठनों के अलावा कांग्रेस भी रविवार को श्रद्धांजलि दिवस मना रही है। उन्होंने सवाल किया, ‘(लेकिन) हमारे प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? अमित शाह जी चुप क्यों हैं और योगी आदित्यनाथ चुप क्यों हैं? प्रधानमंत्री मोदी ने एक शब्द भी क्यों नहीं बोला? हमारे प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं? हमारे अन्नदाता दिल्ली की सीमाओं पर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कड़ाके की ठंड में बैठे हुए हैं, लेकिन हमारे गृह मंत्री अमित शाह के पास उनसे मिलने का वक्त नहीं है, पर पश्चिम बंगाल जाने के लिए वक्त है।’
उन्होंने आगे कहा कि सरकार की पूरी ‘निष्ठुरता’ प्रदर्शित हो रही है क्योंकि लाखों की संख्या में किसान न्याय का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के पास धार्मिक स्थलों पर जाने के लिए वक्त है लेकिन किसानों की मौत पर शोक प्रकट करने के लिए वक्त नहीं है। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करती हूं कि वह वहां जाएं और उनसे मिलें। उन्हें इन किसानों को न्याय देना चाहिए तथा इन काले कानूनों को वापस लेना चाहिए और किसानों, विपक्षी दलों तथा अन्य हितधारकों के साथ परामर्श कर नए रूप में कानून लाना चाहिए।